- संवाददाता
राष्ट्रपति ने पुलिस चीफ जयसुंदरा से पद छोड़ने की गुहार लगाई थी

कोलंबो श्री लंका के पुलिस प्रमुख ने राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के अनुरोध के बावजूद पद छोड़ने से इनकार कर दिया है। दरअसल, श्री लंका में चर्च और होटल में हुए बम धमाकों के बाद राष्ट्रपति ने पुलिस प्रमुख से पद छोड़ने को कहा था। राष्ट्रपति कार्यालय से जुड़े सूत्रों ने कहा कि सरकार में शीर्षस्थ पदों के बीच मतभेद गहरा रहे हैं। गौरतलब है कि हमलों को रोकने में असफल रहने के लिए सिरीसेना को आलोचना झेलनी पड़ रही है। उधर, राष्ट्रपति सिरीसेना ने इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस पूजित जयसुंदरा और रक्षा सचिव हेमसीरी फर्नांडो पर हमलों की अग्रिम चेतावनी को उनके साथ साझा न करने का आरोप लगाया। अधिकारियों ने बताया कि इसी हफ्ते फर्नांडो ने तो इस्तीफा दे दिया था, लेकिन जयसुंदरा अपने पद पर बने हुए हैं। एक सूत्र ने बताया, 'राष्ट्रपति के अनुरोध के बावजूद उन्होंने इस्तीफा देने से मना कर दिया है।' गौर करने वाली बात यह है कि श्री लंका के संविधान के मुताबिक सिर्फ संसद ही लंबी प्रक्रिया के तहत राजनीतिक हस्तक्षेप से पुलिस प्रमुख को हटा सकती है। श्री लंका में हुए इन आतंकी हमलों में 250 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद राष्ट्रपति सिरीसेना और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के बीच मतभेद सामने आए थे। दोनों ने ही कहा था कि उन्होंने चर्च पर हमलों को लेकर भारत द्वारा दी गई अग्रिम चेतावनी को नहीं देखा था। पुलिस प्रमुख जयसुंदरा को विक्रमसिंघे ने नियुक्त किया था। राष्ट्रपति कार्यालय के एक सूत्र ने बताया कि सिरीसेना अब भी जयसुंदरा के इस्तीफा लेकर आने की उम्मीद कर रहे थे। दूसरे सूत्र ने इस स्थिति की पुष्टि की। हालांकि दोनों ही सूत्रों ने मीडिया से बातचीत के लिए ऑथराइज न होने के चलते पहचान जाहिर करने से मना कर दिया। जयसुंदरा ने इस बारे में बयान के लिए किसी फोन या ईमेल का जवाब नहीं दिया। पुलिस विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस प्रमुख ने इस्तीफा नहीं दिया था लेकिन शनिवार को वह काम पर नहीं आए।