- संवाददाता
नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सीट के लिए चीन का पक्ष लिया था: अरुण जेटली

नई दिल्ली आतंकी मसूद अजहर को चीन ने एक बार फिर वैश्विक आतंकी घोषित होने से बचा लिया। इधर, देश में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू मूल रूप से दोषी हैं, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत की बजाय चीन का पक्ष लिया था। इससे कुछ घंटे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के मामले में चीन के वीटो के मुद्दे पर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कमजोर बताते हुए चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से डरने और चीन के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाया। आपको बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के भारत के प्रयास में चीन ने वीटो लगाकर एक बार फिर अड़ंगा लगा दिया है। जेटली ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए 2 अगस्त 1955 को नेहरू द्वारा मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र का हवाला देते हुए कहा, ‘कश्मीर और चीन, दोनों पर मूल गलती एक ही व्यक्ति द्वारा की गई।’ आम चुनाव में बीजेपी की प्रचार समिति के प्रमुख जेटली ने अपने ट्वीट में इस पत्र के कुछ अंशों का उल्लेख भी किया। वित्त मंत्री ने कहा कि नेहरू द्वारा 2 अगस्त 1955 को मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र से स्पष्ट होता है कि अनौपचारिक रूप से अमेरिका ने सुझाया था कि चीन को संयुक्त राष्ट्र में लिया जाए लेकिन उसे सुरक्षा परिषद में नहीं लिया जाए तथा भारत को सुरक्षा परिषद में लिया जाए। जेटली ने अपने ट्वीट में नेहरू के पत्र के हवाले से कहा कि इसे स्वीकार नहीं कर सकते और यह चीन जैसे महान देश के साथ उचित नहीं होगा कि वह सुरक्षा परिषद में नहीं हो। राहुल गांधी पर चुटकी लेते हुए जेटली ने पूछा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष यह बतायेंगे कि मूल दोषी कौन था?