डाक टिकटों और पत्रों का संवेदनाओं से गहरा रिश्ता डाक निदेशक केके यादव


फिलेटली सिर्फ डाक टिकटों का संग्रह ही नहींए बल्कि इसका अध्ययन भी है। डाक टिकटों और पत्रों का संवेदनाओं से गहरा रिश्ता है। सोशल मीडिया और वाट्सएप के इस दौर में कॉपी.पेस्ट की बजाय डाक टिकटों व पत्रों के पीछे छुपी कहानी से आज की युवा पीढ़ी को जोड़ने की जरूरत हैए ताकि उनमें रचनात्मक अभिरुचि विकसित की जा सके। उक्त उद्गार राजस्थान पश्चिमी क्षेत्रए जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने डाक विभाग द्वारा माउन्ट आबू में आयोजित फिलेटलिक सेमिनार व क्विज एवं श्ढाई आखरश् राष्ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता का शुभारम्भ करते हुए 21 जून 2018 को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयए आबूपर्वत में बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्बोधन में व्यक्त किये। इसमें राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयए आबूपर्वत के अलावा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयए राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालयए निर्मला बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालयए आदर्श विद्या मंदिरए बीण्एण्पीण्एसण् स्वामी नारायण विद्या मंदिर तथा सेंट जोसफ माध्यमिक विद्यालयए आबूपर्वत के 200 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया द्य
डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि राजस्थान से जुड़े ऐतिहासिक स्थलोंए विभूतियों और यहाँ की कला व संस्कृति को डाक टिकटों पर भरपूर स्थान मिला है। डाक टिकट लोगों को अपनी सभ्यताए संस्कृति और विरासत से अवगत कराता है। श्री यादव ने कहा कि पत्र.लेखन साहित्य की एक गंभीर विधा भी है। डाक विभाग ष्ढाई आखर ष् के माध्यम से पत्र.लेखन की परम्परा को आधुनिक पीढ़ी से भी जोड़ रहा है। इसके तहत 30 सितंबर तक ष्मेरे देश के नाम ख़तष् लिखिए और यदि आपका पत्र चुना गया तो पाँच हजार से पचास हजार रूपये तक का पुरस्कार भी मिलेगा।
बतौर विशिष्ट अतिथि आबूपर्वत के उपखण्ड मजिस्ट्रेट आईएएस श्री निशांत जैन ने कहा कि हर डाक टिकट एक अहम एवं समकालीन विषय को उठाकर वर्तमान परिवेश से इसे जोड़ता हैए इससे विद्यार्थियों को काफी फायदा होता है।
नगरपालिका उपसभापति आबूपर्वत श्रीमती अर्चना दवे ने कहा कि वक़्त के साथ डाक विभाग ने अपनी सेवाओं में तमाम नए आयाम जोड़े हैं। ऐसे सेमिनार निरंतर होते रहने चाहियेए ताकि अधिक से अधिक लोग डाक टिकट की खूबियों व पत्र लेखन के प्रति आकर्षित हो सकें।
सिरोही मंडल के डाक अधीक्षक डीण् आरण् सुथार ने कहा कि फिलेटली के क्षेत्र में तमाम नए कदम उठाये जा रहे हैं। अब लोग अपनी तस्वीर वाली डाक टिकट भी बनवा सकते हैं। डाकघरों में मात्र 200 रूपये में फिलेटलिक डिपाजिट एकाउंट खोलकर घर बैठे नई डाक टिकटें व अन्य सामग्री प्राप्त की जा सकती हैं।
श्री मोहनलालए प्राचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आबूपर्वत ने शैक्षणिक दृष्टि से डाक टिकटों व पत्रों से जुड़े संस्मरण सुनाते हुए बच्चों को इस ओर प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में सहायक डाक अधीक्षक तरुण शर्मा ने विद्यार्थियों को पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से फिलेटली के विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में सेमिनार व क्विज के प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।
इस अवसर पर सहायक डाक अधीक्षक पुखराज राठौड़ए डाक निरीक्षक सत्येन्द्र सिंहए उपडाकपाल जयंतीलालए विजयराजए रणछोड़राम चौधरीए धीरेन्द्र सिंहए मीना शाहए दीपक मालीए मूल सिंह सहित तमाम अधिकारी.कर्मचारीए अध्यापकगण व स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।