- अनिमेष तिवारी
महाराजपुर की घटना ने ब्यूरोक्रेट की खोली आंख, अवैध खनन पर हुए सख्त

कानपुर। मोदी सरकार द्वारा खनन माफियाओ के खिलाफ छेडी गयी मुनिम को अफसरो ने ठंेगा दिखाना शुरू कर दिया है। यही कारण है कि पुलिस की सरंक्षण मे खनन माफियाओ का खेल दिन दूनी रात चैगनी के तर्ज पर चल रहा है अभी महराजपुर मे मौरंग से भरे डम्पर पलटने से 6 लोगो की हुयी मौत के बाद से जिला प्रशासन अवैध खनन को लेकर संजीदा हो गया है और ऐसे खनन माफियाओ के साथ ही साथ उन्हे प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग करने वाले अधिकारियो के खिलाफ ही कठोर कार्यवाही करने का मन बना लिया है। महाराजपुर हाइवे पर मकान पर डम्पर पलटने के मामले मे फौरी जांच के उपरान्त जो तथ्य सामने आये है उससे इस बात की सम्भावना बलबती हो गयी है कि यहां अवैध खनन का गाज जिला बदर अपराधी के संरक्षण मे चल रहा है। सूत्र यह भी बताते है कि खनन माफिया ठेका तो कही ओर का लेते है और दबंगई के बल पर किसी अन्य आराजी पर खनन के कार्य को अंजाम देते है। सीएम योगी ने पदभार संभालने के बाद से खनन एंवम् भूमाफियाओ के खिलाफ कडी कार्यवाई का संकेत दिये थे इसने खिलाफ टास्कफोर्स के गठन के साथ ही साथ ऐसे लोगो के खिलाफ गैगेस्टर कार्यवाही का संकेत दिया गया था लेकिन शुरूआती दौर मे अफसरो ने कुछ क्षेत्रो मे कार्यवाही की लेकिन धीरे धीरे खनन माफिया फिर हावी होने लगे और कार्यवाही इस दौरान पुराने दौर की बात होगी की महाराजपुर के मामले ने पुनः अधिकारियो का ध्यान इस ओर आकर्षित किया। पुलिस सूत्रो की माने तो एडीजी ने इस घटना को खाफी गंम्भीरता से लिया है और वह उसकी जांच करा रहे है दोषी पाये जाने पर एसओ महराजपुर के साथ इसमे संलिप्त कई लोगो पर गाज गिर सकती है। अवैध खनन माफियाआंे पर सख्त कार्रवाई की उम्मीद जगी है।कानपूर बर्रा 8 मैं राम गोपाल चौराहे के आगे 80 फीट मुख्य सड़क पे मोरंग के अवेध ढेर लगे है जिससे दुर्घटनाए हो रही है